दीनदयाल मुरारका
मुंबई। अभिनेता इरफान खान के बाद ऋषि कपूर का अचानक यू चले जाना। बहुत ही दुखद एवं दुर्भाग्य पूर्ण है। फिल्म इंडस्ट्री को इससे बड़ा आघात लगा है। ऐसा राजस्थानी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए दीनदयाल मुरारका का कहना है। ऋषि कपूर ने अपने जीवन की लंबी पारी फिल्मी दुनिया में खेली है। उनका पार्ट वन हमेशा चॉकलेटी हीरो के किरदार के रूप में जाना जाएगा। तथा दूसरी पारी में उन्होंने चरित्र अभिनेता का रोल बखूबी निभाया है। ऋषि कपूर के बारे में एक बात हमेशा कही जाती है, कि वे न केवल बड़े बाप के बेटे थे, वरन उनको बड़े एवं लोकप्रिय बेटे का बाप होने का सम्मान भी हासिल हुआ था।
ऋषि कपूर अपने फिल्मी कैरियर के अलावा देश के हालत के बारे में हमेशा अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई बार हमारे देश की स्थितियों के बारे में दुख व्यक्त करते हुए कहा, कि भ्रष्टाचार एवं हमारे लोगों की मानसिकता, इन खराब परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार है। पाकिस्तान में उनकी बेहद लोकप्रिय थी। उसके लिए वे हमेशा कहा करते थे कि पाकिस्तान से हमारी जमीन बंटी है, दिल नहीं।
उनकी हीरो के रूप में पहली फिल्म बॉबी थी। जिसने सफलता के सारे रिकॉर्ड उस समय तोड़ दिए थे। उस फिल्म का एक गाना बहुत प्रसिद्ध हुआ था, कि ” हम तुम एक कमरे में बंद हो ,और चाबी खो जाए ” और विडंबना देखिए कि उनके इस दुनिया से जाने के समय, स्थिति यह है पूरे विश्व के लोग अपने अपने कमरे में बंद है। और ताला खोलने की चाबी कब मिलेगी ? यह अभी तय नहीं है। ऐसे बेबाक और जिंदादिल इंसान को, राजस्थानी फिल्म एसोसिएशन मुंबई भी अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती है।