न्यूज़ स्टैंड18 नेटवर्क
मुंबई। उत्तर भारतीयों की जनसंख्या में 80 प्रतिशत ओबीसी समाज के लोग हैं जो बिल्डिंग निर्माण से लेकर सड़कों पर खोंमचे लगाने तक का काम करते हैं। उत्तर भारतीय ओबीसी समाज मुंबई की लाइफ लाइन में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
भाजपा ने उत्तर भारतीय ओबीसी समाज का राजनैतिक दोहन किया है अब भाजपा को मनपा चुनाव के साथ यूपी के विधानसभा चुनाव में भी सबक सिखाया जायेगा। दहिसर (पूर्व ) रावलपाढ़ा स्थित राधाकृष्ण हॉल में प्रगतिशील पिछड़ा वर्ग महासभा के संयोजक डॉ. उत्तम प्रकाश सिंह ने कहा कि भाजपा ने ओबीसी समाज का दोहन किया। जब भाजपा सत्ता में नहीं रहती तो इन्हे उत्तर भारतीय ओबीसी समाज का तकलीफ दिखता है मगर सत्ता में आने के बाद ओबीसी समाज को दरकिनार कर दिया जाता है।
बैठक में कुर्मी, यादव, पाल, तेली, विश्वकर्मा, नाई, प्रजापति समाज के लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण से किया गया। प्रजापति समाज मुंबई के चेयरमैन प्रो. रामजन्म प्रजापति ने कहा कि हमारा वोट लेकर हमारे ऊपर शासन हो रहा है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग श्रम करने वाला मेहनती समाज है, हमें अपने अधिकार के लिए अब सजग होना होगा। अखिल भारतीय सविता महासंघ के महासचिव अशोक शर्मा ने कहा कि हमारे वोटों से सरकारें बनती हैं मगर सत्ता में भागेदारी नहीं मिलती।
राजनीति और सत्ता में भागीदारी लेनी है तो एक होना होगा। जनहित तेली सेवक संघ के सचिव काशीनाथ गुप्ता ने कहा कि हमें अपने भविष्य को सुधारने के लिए मजबूती से काम करना होगा। पाल सेवा संघ के ट्रस्टी रामलखन पाल ने कहा कि चुनाव के समय ओबीसी समाज को दिग्भ्रमित कर दिया जाता है। अब ओबीसी समाज को ब्रेनवॉश करने की जरुरत है। राजनीति के क्षेत्र में हमें भागीदारी संकल्प के तहत काम करना होगा। विश्वकर्मा समाज दहिसर के अध्यक्ष रामा विश्वकर्मा, श्री विश्वकर्मा विकास समिति के संस्थापक मोतीलाल विश्वकर्मा,राजकुमार यादव,नरेंद्र कुमार सिंह,दिनेश विश्वकर्मा, योगेश विश्वकर्मा,राजेंद्र गुप्ता,गोविन्द यादव,रामचंद्र यादव,महेंद्र पाल,राजेंद्र पाल,राजेश पाल आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमर बहादुर पटेल ने किया।