विजय यादव/न्यूज़ स्टैंड18
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार का आज 10,226 करोड़ रुपए के राजस्व घाटे वाला 2021-22 बजट पेश कर दिया गया। मुंबई और आसपास के तमाम विकास कार्यों के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही महिला दिन पर महाराष्ट्र ने खास तोहफा दिया है। महिला के नाम प्रॉपर्टी खरीदने पर स्टैंप ड्यूटी में 1% छूट की घोषणा की गई। इससे सरकारी तिजोरी पर 1,000 करोड़ का बोझ पड़ेगा।
महाराष्ट्र सरकार ने शून्य दर पर किसानों को कर्ज देने की घोषणा की। वित्त मंत्री अजित पवार ने विधानसभा में कहा कि 3 लाख रुपये तक का कर्ज जिन किसानों ने लिया था। जिन्होंने समय से कर्ज लौटाया था। ऐसे किसानों को खरीफ सीजन में 2021 से शून्य दर से कर्ज दिया जाएगा।
महाराष्ट्र बजट 2021-22
जनता को उत्तम श्रेणी की स्वास्थ्य सेवा देने के लिए 7,500 करोड़ की योजना। चार वर्ष में इन योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है।
सिंधुदुर्ग, धाराशिव- उस्मानाबाद, नासिक, रायगड और सातारा में नए सरकारी महाविद्यालय बनेंगे। अमरावती और परभणी में भी स्थापना होगी।
मुंबई व आसपास के लिए क्या है खास:-
-मुंबई-ठाणे-नवी मुंबई के आसपास परिवहन के लिए जलमार्ग का उपयोग किया जाएगा। वसई-कल्याण जलमार्ग शुरू किया जाएगा।
-बांद्रा-वर्सोवा समुद्री पुल पर काम शुरू कर दिया गया है। 17.17 किलोमीटर लंबी परियोजना की लागत 11,333 करोड़ रुपये है। बांद्रा-वर्सोवा-विरार समुद्री पुल की अनुमानित लागत 42 हजार करोड़ रुपये है। काम की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए काम चल रहा है।
-कोस्टल रोड पर काम जोरों पर है और इसे 2024 तक पूरा करने की योजना है।
-रेलवे पटरियों पर 7 फ्लाईओवर पर काम शुरू किया गया है।
-बांद्रा में सिटी पार्क, कुर्ला कॉम्प्लेक्स को महाराष्ट्र कॉम्प्लेक्स पार्क से जोड़ने वाले पैदल यात्री पुल के लिए 98.81 करोड़ रुपये का प्रावधान।
-BKC में साइकिल पथ पर बैटरी चालित साइकिलों को लेकर लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इसलिए मुंबई मेट्रोपॉलिटन एरिया डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन मुंबई के पूर्व और पश्चिम एक्सप्रेसवे पर साइकिल के लिए अलग लेन बनाने का काम करेगी।
-19,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर मुंबई मनपा के माध्यम से वर्ली, बांद्रा, धारावी, घाटकोपर, भांडुप, वर्सोवा और मालाड में अपशिष्ट जल शोधन संयंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।
-450 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मीठी नदी पुनर्वास परियोजना मार्च 2021 से शुरू होगी।
-मुंबई में दहिसर, बोईसर और ओशिवारा नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए 1,550 करोड़ रुपया खर्च होगा।