न्यूज़ स्टैंड18 सीधी/भोपाल। सीधी बस हादसे में 7 जान एक 18 साल की बेटी ने नदी में कूदकर बचाई।
बस दुर्घटना के समय शिवारानी लोनिया अपने घर पर थी। सरदा गांव की शिवारानी का दुर्घटना स्थल के पास ही घर है। बस को नदी में गिरते देख वह तुरंत दौड़ी। जब वह बस के पास पहुंची तो कुछ दरवाजे से बाहर निकल रहे थे, लेकिन बाहर आते ही वह तेज बहाव में बहने लगे। शिवारानी खुद की जान की परवाह किए बगैर नदी में कूद गई और एक – एक कर 7 लोगों को बाहर निकालने में सफल रही। इस काम ने उसका साथ आशा बंसल नामक महिला ने दिया। आशा ने भी दिलेरी दिखाते हुए पानी में कूद गई। शिवारानी को अभी भी एक बात का दुख है कि वह एक बच्चे को नहीं बचा सकी। शिवारानी की इस वीरता के लिए स्थानीय लोगों ने सरकार से सम्मानित करने की मांग की है। स्थानीय लोगों के अनुशार बस ड्राईवर की लापरवाही से 47 लोगों की जान चली गई। फिलहाल ड्राईवर पुलिस के गिरफ्त में है।