न्यूज़ स्टैंड18 डेस्क
मुंबई/नई दिल्ली। अपनी मांगो को लेकर धरने पर किसानों को अब लगभग पूरे देश से समर्थन मिलना शुरू हो गया है। पंजाब, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के आलावा अब दक्षिण भारत से भी समर्थन की खबरें मिल रही हैं।
हिंदी भाषी राज्यों के जो किसान आंदोलन स्थल तक पहुंचने में असमर्थ हैं वे अपने गांवों से ही विरोध जता रहे हैं। यह दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों का मनोबल बढ़ाने के लिए अचूक औषधि का काम कर रहा है।
स्वराज भारत के नेता योगेंद्र यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया है कि सरकार का रवैया किसानों को अपने अस्तित्व की रक्षा की खातिर अपना विरोध प्रदर्शन तेज करने के लिए मजबूर कर रहा है। मेवात की महापंचायत में दक्षिण हरियाणा, राजस्थान के किसानों के बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।