शक्ति जनहित मंच ने महाराष्ट्र सरकार सहित रेल मंत्रालय को भेजा पत्र
विरार। वसई, नालासोपारा, विरार क्षेत्र में बसे श्रमिक बेरोजगारी के चलते अपने वतन जाने के लिये संघर्ष कर रहे हैं वहीं अपने आपको इनके नेता समझने वाले गायब हैं। जो कुछ सामने नजर आ रहे हैं वे मजदूरों से अवैध वसूली कर रहे है। इसकी शिकायत शक्ति जनहित मंच संस्था द्वारा की गई है।
गृह मंत्रालय, महाराष्ट्र सरकार, रेल मंत्रालय और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को लिखे पत्र मे शक्ति जनहित मंच ने मामले के दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाई की मांग की है।
संस्था ने आरोप लगाया है कि लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर अपने गाँव जाना चाहते है। सरकार ने इसके लिए निःशुल्क श्रमिक ट्रेन की भी व्यवस्था कर दी है। रेलवे विभाग ने तो अपना टिकट काउंटर बंद कर दिया है, लेकिन कुछ लोग अपने निजी कार्यालय को ही टिकट काउंटर बनाकर अवैध वसूली का धंधाशुरू कर दिये हैं। यह सब किसी अनजान जगह पर नहीं बल्कि मनपा प्रभाग समिति ‘फ’ की सभापती सरिता दुबे के कार्यालय से रवि मिश्रा, आशीष, राजन और प्रदीप धीवर, सभापति के ड्राइवर मृत्युंजय सिंह सहित अन्य कई लोगों द्वारा किया जा रहा है। इन लोगों ने गांव जाने वाले श्रमिकों से 750 से हजार रुपये प्रति यात्री वसूले हैं। यहां तक कि छोटे बच्चों का भी पैसा लिया गया।
संस्था में अध्यक्ष गंगेश्वर लाल श्रीवास्तव”संजू” व कई सामाजिक संस्थाए मिलकर हजारों मजदूरों को निःशुल्क सरकारी माध्यम से उनके प्रदेश भेजने की व्यवस्था में जुटे हुए है। उनका कहना है कि जो भी व्यक्ति इस प्रकार मजबूर प्रवासियों से वसूली करने में जुटे है उन पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। संस्था के कार्याध्यक्ष रामजतन गुप्ता ने बहुजन विकास आगाड़ी से चुनकर आयी प्रभाग क्रमांक 67 की नगरसेविका/सभापति सरिता दुबे और उनके पति प्रमोद दुबे पर कई संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि इस वार्ड में सिर्फ अवैध वसूली पर जोर दिया जा रहा है। मजदूरों को गांव भेजने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, जो निंदनीय है। महासचिव संजय सिंह ने कहा कि ऐसे बुरे वक्त में प्रवासी मजदूरों को लूटने वालो के खिलाफ़ पार्टी प्रमुख हितेंद्र ठाकुर को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। हालांकि अपने सफाई में सभापति के पति प्रमोद दुबे ने कहा कि यह सब उनके खिलाफ साजिश की जा रही है
