न्यूज़ स्टैंड18 डेस्क
मुंबई। भारत मर्चेंट्स चेंबर ने कपड़ा उद्योग पर बढ़ी GST दरों के मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। चेंबर का मानना है कि, नई GST दर से कारोबार प्रभावित होगा।
भारत मर्चेंट्स चेंबर के अध्यक्ष विजय लोहिया एवं सम्मानीय मंत्री अजय सिंघानिया ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉक्टर राजीव कुमार से उनके मुंबई प्रवास के दौरान मिल कर एक ज्ञापन दिया, जिसमें एक जनवरी 2022 से कपड़े पर बढ़ी GST की दरों का मुद्दा उठाया गया।
विजय लोहिया ने उन्हें बताया कि हाल ही में जारी एक नोटिफ़िकेशन में केंद्र सरकार ने सभी तरह के कपड़े पर GST की दर 5% से बढ़ा कर 12% कर दी। जिससे देश के कपड़ा उद्योग को जैसे साँप सूंघ गया है। उन्होंने ने कहा की सरकार जिस तरह कृषि उद्योग के प्रति सहानुभूति रखती है उसी तरह की सहानुभूति असंगठित क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कपड़ा व्यापार पर भी रखनी चाहिये।
अजय सिंघानिया ने चेम्बर की तरफ़ से बोलते हुए कहा की अगर बीच का रास्ता निकाल कर कपड़े पर GST 8% कर दे सरकार को यार्न का किसी भी तरह का रीफ़ंड नहीं देना पड़ेगा। तथा यार्न की GST दर जो अभी 12% है, वो पूरी तरह खप जाएगी। जिसके कारण ही GST बढ़ाई जा रही है। क्योंकि यार्न पर 12% GST है तथा कपड़े पर 5% GST है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने दोनो की बातो को ध्यान से सुना। तथा कहा की वो कपड़ा उद्योग की भावना GST काउन्सिल तक पहुँचाने का प्रयास करेंगे।
