न्यूज स्टैंड18 नेटवर्क
मुंबई। महानगर पालिका में शिवसेना और उसे भ्रष्ट नेताओं द्वारा हजारों करोड़ के विभिन्न टेंडर में अपने पसंद के लोगों को ठेका दिलाने और उनसे कड़ी “वसूली” करने का धंधा अब सारी सीमाएं तोड़ चुका है। यह आरोप लगाया है भाजपा नगरसेवक व मनपा में पार्टी नेता विनोद मिश्रा ने।
एक प्रेस विज्ञप्ति में विनोद मिश्रा ने बताया है कि, गत कुछ सालों में बीजेपी पार्टी और स्टैन्डिंग कमेटी के सदस्य के नाते उठाए गए कार्टलाइजेशन के मेरे खुलासों की वजह से अभी तक मनपा को डेढ़ हजार करोड़ के टेंडर रद्द करने को मजबूर होना पड़ा है। यह पैसा मुंबईकरों की गाढ़ी कमाई थी जो इन भ्रष्ट नेताओं की जेब में जाने से है। इसी सीरीज में अब यह देवनार बूचड़खाने के नूतनीकरण का 400 करोड़ रुपये का टेंडर आ खड़ा हुआ है।
उन्होंने आगे कहा है कि, यह टेंडर आते ही मैंने इस टेंडर में नियम और शर्तों को बदलकर एक कंपनी विशेष को फ़ेवर करने का खुलासा करते मनपा आयुक्त को पत्र भी लिखा है लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी के साथ जॉइन्ट वेंचर कर मैदान मे आई अहमदनगर की इस भारतीय कंपनी से कम से कम 160 करोड़ रुपये संबंधित मंत्री और उनकी पार्टी को मिले, इसका पुख्ता इंतजाम कर लिया गया है। सच्चाई यह है कि शिवसेना को मुंबई मनपा की सत्ता जाने का आभास हो चुका है इसलिए वह जाते-जाते हर तरफ हाथ-पैर मार रही है, भले ही मुंबई के लोगों का नुकसान हो।
भले ही यह टेंडर अब आया हो लेकिन एक ब्लैक लिस्टेड कन्सल्टन्ट की मार्फत इसकी तैयारी सालों से की जा रही थी जिससे JV कंपनी के पक्ष में शर्तें हो सकें। इस समय बूचड़खाने में रोजाना करीब 500 से 600 जानवरों का वध किया जाता है। नवीनीकरण टेंडर भरने के लिए कंपनी को 12 हजार पशुओं का वध करने के अनुभव का प्रावधान किया गया है जिस शर्त को कोई भी भारतीय कंपनी पूरा नहीं कर सकती। इस कदम से देश की सबसे बड़ी अलाना संस और लुलु समूह जैसी पार्टियां पहले ही बाहर कर दी गईं।
नगरसेवक विनोद मिश्रा ने अपने आरोप में आगे कहा कि, यह सारा प्रपंच रचनेवाले इस ब्लैक लिस्टेड कन्सल्टन्ट के खिलाफ मैंने सबसे पहले से उंगली उठाई थी क्योंकि इस कन्सल्टन्ट को पुणे में ऐसी अवैध गतिविधियों के कारण ही कंपीटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ब्लैकलिस्ट कर चुका है। इसी की पहल पर इस टेंडर की शर्तों को इस तरह बदला गया जिससे पूरे भारत में दूसरी कोई पार्टी टेंडर भरने योग्य ही न हो। कन्सल्टन्ट के निर्देश पर अहमदनगर की कंपनी ने कोरिया से 100 करोड़ रुपए की मशीनरी के आयात का ऑर्डर टेंडर मिलने से पहले ही दे दिया।
बीजेपी के गत नेता प्रभाकर शिंदे ने कहा है कि निविदा में अन्य शर्तों से यह भी पता चलता है कि बूचड़खाने के नवीनीकरण टेंडर में पर्यावरण और प्रदूषण के मुद्दों का कोई ख्याल नहीं रखा गया है। नगरसेविका हर्षिता नार्वेकर का कहना था कि पर्यावरण संरक्षण के हिमायती राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे जानवरों के इतने अधिक कत्ल होने पर लगनेवाले लाखों लीटर अतिरिक्त पानी और कार्बन एमिशन के बारे में क्यों चिंतित नहीं दिखते?
बीजेपी विधायक व नगरसेवक पराग शाह ने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सालों से अहिंसा संगठनों और जैन धर्म के प्रतिनिधियों को भरोसा देते रहे हैं कि मुंबईकरों की जरूरत से अधिक जानवरों का कत्ल करने की इजाजत नहीं दी जाएगी लेकिन इस कंपनी को टेंडर से वर्तमान क्षमता से 20 गुना अधिक जानवरों के कत्ल की इजाजत मिल जाएगी। साफ है कि कंपनी शेष सारा मांस एक्सपोर्ट करेगी। यानि पैसा और खर्च मुंबईकरों का और कमाई निजी कंपनी की।
बीजेपी विधायक मिहिर कोटेचा ने कहा कि वर्तमान नवीनीकरण टेंडर ही नहीं बल्कि इसके साथ ही साथ 4 साल बाद बूचड़खाने चलाने का टेंडर भी निकाला गया है। 4 साल पहले टेंडर कौन भरेगा यह पता नहीं है क्योंकि इसके लिए कौन सी मशीनरी की जरूरत होगी और इसे संचालित करने में कितना खर्च आएगा, इसकी जानकारी नहीं है।
स्टैंडिंग कमेटी मेम्बर के नाते मैंने यह साफ कर दिया है कि अगर शिवसेना की यह डकैती तुरंत नहीं रुकी और यह डकैती टेंडर रद्द नहीं हुआ तो इसके खिलाफ गवर्नर, ACB, लोकायुक्त और सीसीआई के पास जाऊंगा और इसे कोर्ट में भी चुनौती दूंगा।
