अजय भट्टाचार्य
कोलकाता नगर निगम में बुरी तरह हारने के बाद बंगाल भाजपा में मची उठापटक से बवाल खड़ा हो गया है। केएमसी चुनाव के नतीजे आने के ठीक अगले दिन प्रदेश भाजपा की राज्य कमेटी में बदलाव करते हुए महिला मोर्चा व युवा मोर्चा में फेरबदल किया गया है। साथ ही सायंतन बसु, रतिन बोस और संजय सिंह को सचिव पद से हटाकर जगन्नाथ चट्टोपाध्याय, विधायक अग्निमित्र पॉल और दीपक बर्मन को गद्दीनशीन कर दिया गया। सांसद लॉकेट चटर्जी वा ज्योतिर्मय सिंह महतो की महासचिव वाली कुर्सी बची रही मगर वरिष्ठ नेता प्रदीप बनर्जी को भी कमेटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। युवा मोर्चा की कमान सौमित्र खान से छिनकर डॉ. इन्द्रनील खान को सौंप दी गई जबकि तनुजा चक्रवर्ती को महिला मोर्चा की कमान दी गई।
इसके बाद बीते गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार, राज्य संगठन महामंत्री अमिताव चक्रवर्ती और राज्य के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष की राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के पेशी के बाद राज्य में भाजपा के जिलाध्यक्ष, प्रभारी समेत कई पदों पर बड़ा फेरबदल किया गया है। एकाधिक नये सांगठनिक जिलों की घोषणा भी की गयी है। पहले पार्टी के 39 सांगठनिक जिले थे, जिनमें बोलपुर, मालदह दक्षिण और जयनगर शामिल कर कुल 42 सांगठनिक जिलों में तब्दील कर दिया गया। जिसमें कोई भी हिन्दीभाषी चेहरा जिलाध्यक्ष नहीं बनाया गया है। इसके अलावा पुराने सांगठनिक जिलों में भी परिवर्तन किया गया। बीरभूम के बोलपुर सांगठनिक जिले के अंतर्गत बर्दवान का आउसग्राम, मंगलकोट व केतुग्राम आया है।
कोलकाता नगर निगम चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद उत्तर व दक्षिण कोलकाता के जिलाध्यक्ष बदले गये। उत्तर कोलकाता में शिवाजी सिंघा राय को बदलकर कल्याण चौबे को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं दक्षिण कोलकाता में संघमित्रा चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। सांगठनिक तौर पर बीरभूम को दो जिलों में भाजपा ने बांटा है और दो अलग जिलाध्यक्ष भी बनाये गये हैं। पालिका चुनाव को ध्यान में रखते हुए ही ये फेरबदल किया जा रहा है। यहां उल्लेखनीय है कि भाजपा की राज्य कमेटी से हटने के बाद अब क्षेत्रीय समन्वयक पद से भी सायंतन बसु को हटाया गया है जिसे लेकर उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चा और तेज हो गयी है। वहीं विभिन्न जिलों के जिला प्रभारी भी बनाये गये हैं। इसके अलावा विभाग प्रभारी बनाये गये हैं जिसके तहत सिलीगुड़ी व मालदह का विभाग प्रभारी संजय सिंह व श्याम चंद घोष को बनाया गया है। नवद्वीप व उत्तर 24 परगना का विभाग प्रभारी सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो व अर्जुन सिंह को बनाया गया है। कोलकाता व दक्षिण 24 परगना में अग्निमित्रा पॉल व जगन्नाथ चटर्जी को प्रभारी बनाया गया है जबकि हुगली व मिदनापुर में दीपक बर्मन व मनोज पाण्डेय और बर्दवान व पुरुलिया में सांसद लॉकेट चटर्जी व निर्मल कर्मकार प्रभारी बनाये गये हैं। शंकर घोष व शुभेंदु सरकार को मालदह, अमिताभ राय को नवद्वीप, अनिंद्य बनर्जी को कोलकाता, प्रियंका टिबड़ेवाल को हुगली और उमेश राय को मिदनापुर विभाग का समन्वयक बनाया गया है। इधर, बनगांव के जिलाध्यक्ष बदले जाने के कारण वहां स्थानीय कार्यकर्ताओं में रोष है। ऐसे में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी।
नयी राज्य कमेटी में मतुआ समुदाय को महत्व नहीं मिलने के आरोपों को लेकर एक बार फिर भाजपा में असंतोष सामने आया है और इसी असंतोष के कारण कई विधायकों ने भाजपा विधायकों का व्हाट्स ऐप ग्रुप छोड़ दिया है। उत्तर 24 परगना के 5 भाजपा विधायकों द्वारा ग्रुप छोड़ने के कारण भाजपा की अंतर्कलह एक बार फिर सामने आ गई है। पार्टी के 2 और नेताओं राजू बनर्जी व शीलभद्र दत्त ने भी पार्टी का एक ह्वाट्स ऐप ग्रुप छोड़ा है। बनगांव सांगठनिक जिले के विधायकों अशोक कीर्तनिया (बनगांव उत्तर), सुब्रत ठाकुर (गाईघाटा), असीम सरकार (हरिनघाटा), मुकुटमणि अधिकारी (रानाघाट दक्षिण) व अम्बिका राय (कल्याणी) ने खुद को ग्रुप से अलग कर लिया है।
नये जिलाध्यक्षों में मतुआ समुदाय को प्रधानता नहीं दी गयी है। इस कारण ही रोष में आकर भाजपा विधायकों ने ये निर्णय लिया है। हालांकि इस मुद्दे पर विधायक कुछ नहीं कह रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मतुआ समुदाय के प्रतिनिधित्व को लेकर रोष मिटाने के लिए बनगांव के सांसद व केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से समय मांगा है। दूसरी ओर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू बनर्जी व प्रदेश नेता शीलभद्र दत्त नॉर्थ सबबर्न जिला में पार्टी के ह्वाट्स ऐप ग्रुप से अलग हो गये हैं।
(लेखक देश के जाने माने पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं।)