संदीप यादव
मुंबई। आज से शुरू होने वाला छठ पर्व अगले 4 दिनों तक चलेगा। बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश का यह प्रचलित पर्व सूर्य उपासना और छठी मैया की पूजा के लिए जाना जाता है। बिहार – उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश अन्य हिस्सों में रहने वाले छठी मैया के अनुयाई अपने पारंपरिक तरीके से पर्व को मनाते हैं।
मुंबई में भी छठ पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। पश्चिम उपनगर के दिंडोशी विधानसभा क्षेत्र में छठ की अपनी खासियत यह है कि यहां छठ पूजा समिति के साथ शिवसेना इसका आयोजन करती है, जिसमे बड़ी संख्या में शिवसेना के कार्यकर्ता व पदाधिकारी छठ पूजा की व्यवस्था करते हैं।
महाछठ पूजा एकता मित्र मंडल के अध्यक्ष जगरनाथ वर्मा ने बताया कि, शिवसेना हमेशा से ही हिन्दू विचारधारा और भारतीय संस्कृति का सम्मान करने वाली पार्टी है। महाछठ पूजा एकता मित्र मंडल पिछले कई वर्षों से कुरार विलेज के सबसे बड़े मनपा के बुआ सालवी मैदान में आयोजन करती है। पिछले साल कोरोना की वजह से कार्यक्रम नहीं किया जा सका। हालांकि इस साल हम मनपा के सभी कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए पर्व का आयोजन कर रहे हैं। इस आयोजन मे शिवसेना के स्थानीय सांसद माननीय गजानन कीर्तिकर, विधायक आदरणीय सुनील प्रभु सहित तमाम शिवसैनिकों का भरपूर सहयोग मिलता है। इतना ही नहीं हम सभी हिंदी भाषी समाज के साथ शिवसेना के कार्यकर्ता पूरे 4 दिनों तक हर संभव मदद करते हैं। इस निमित्त 10 व 11 नवंबर को बुआ सालवी मैदान में छठ व्रतियों के लिए तमाम सुविधाओं के साथ साथ छठ माता के भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
इस बार छठ का प्रारंभ आज 08 नवंबर दिन सोमवार को नहाय-खाय से हो रहा है। नहाय-खाय छठ पूजा का पहला दिन होता है। छठ पूजा को कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। छठ पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से नहाय-खाय से करते हैं, इससे ही व्रत का प्रारंभ होता है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होता है। इस वर्ष कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 07 नवंबर दिन रविवार को शाम 04 बजकर 21 मिनट पर हुआ है। इस तिथि का समापन आज 08 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 16 मिनट पर होगा।
छठ पूजा की समय सारिणी
8 नवंबर 2021,सोमवार- (नहाय-खाय)
9 नवंबर 2021, मंगलवार-(खरना)
10 नवंबर 2021,बुधवार- (डूबते सूर्य को अर्घ्य)
11 नवंबर 2021, शुक्रवार- (उगते सूर्य को अर्घ्य)