न्यूज़ स्टैंड18 डेस्क
मुंबई। एनसीपी नेता व मंत्री नवाब मलिक ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सीएम रहते हुए देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में जाली नोटों का कारोबार कर रहे थे। उनके ही संरक्षण में पाकिस्तान और बांग्लादेश तक यह कारोबार हो रहा था।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि, 8 अक्टूबर 2017 को राजस्व खुफिया निदेशालय ने BKC (बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स) में छापेमारी की जिसमें 14.56 करोड़ के जाली नोट पकड़े थे। इस मामले को दबाने के लिए देवेंद्र फडणवीस ने मदद की थी। जाली नोट का नेक्सेस ISI पाकिस्तान-दाऊद वाया बांग्लादेश देश में फैलाया जाता है।
नवाब मलिक ने कहा कि, 8 नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी की गई थी। देश भर में जाली नोट पकड़े जाने लगे थे लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में एक भी जाली नोट का मामला सामने नहीं आया था क्योंकि देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल महाराष्ट्र में चल रहा था।
नवाब मलिक ने आरोप लगाया के फडणवीस ने सीएम रहते हुए अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन रखने वाले लोगों को ही राजनैतिक पद प्रदान किए। उन्होंने मुन्ना यादव नाम के एक व्यक्ति को कंस्ट्रक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया। जबकि, वह माफिया था, इस पर हत्या के कई मामले दर्ज थे। आरोप लगाया कि दाऊद के करीबी रियाज भाटी के जरिए सीएम फडणवीस धन उगाही का काम कर रहे थे। लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके वसूली की जाती थी। जमीन मालिकों को पकड़कर लाया जाता था और सारी जमीनें अपने नाम लिखा ली जाती थीं। उनके कार्यकाल में लोगों के पास विदेशों से गुंडों के फोन आते थे।
उन्होंने ने मालवणी के फारुख आजम के बेटे हैदर आजम पर भी बांग्लादेशी नागरिकों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। हैदर आजम फिलहाल भाजपा मे हैं।
