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कर्नाटक चुनाव: आयोग का डंडा चला

अजय भट्टाचार्य
Karnataka election 2023
: कर्नाटक की चामराजनगर विधानसभा सीट पर मतदान से पहले शुरू हुए खेला में भी खेला हो गया। इस निर्वाचन क्षेत्र में अपना नामांकन वापस लेने के लिए जद (एस) के एक उम्मीदवार को कथित रूप से प्रभावित करने के लिए मंत्री वी सोमन्ना के खिलाफ चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करवाकर लड़ाई को रोचक बना दिया है। इससे कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता सिद्धारमैया के खिलाफ सोमन्ना की रणनीति को झटका तो लगा ही है, अगर आरोप साबित हो गये तो सोमन्ना की राजनीतिक पार्टी निपट भी सकती है। सोमन्ना पुराने मैसूर क्षेत्र में चामराजनगर के साथ-साथ वरुणा से भी चुनाव लड़ रहे हैं।

नामांकन पत्र वापस लेने की समय सीमा से कुछ घंटे पहले सोमन्ना और जद (एस) के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन स्वामी उर्फ अलुरु मल्लू के बीच कथित टेलीफोन पर हुई बातचीत का एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गया। सोमन्ना पर आरोप है कि उन्होंने मल्लिकार्जुन स्वामी को 50 लाख रुपये नकद देने की पेशकश की और बाद में उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के उड़न दस्ते के प्रमुख डॉक्टर बीआर जयन्ना ने चामराजनगर टाउन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जयन्ना मजिस्ट्रेट रैंक के अधिकारी हैं।

सोमन्ना और उनके दो सहयोगियों – नटराजू और सुदीप पर आईपीसी की धारा 171ई और 171 एफ के तहत मामला दर्ज किया गया था। यदि फास्ट-ट्रैक मोड में दोषी ठहराया जाता है, तो सोमन्ना की उम्मीदवारी को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 8 (1) (ए) के तहत अयोग्य घोषित किया जा सकता है। यदि वह चुनाव के बाद दोषी पाया जाता है, और यदि वे विजयी हुए, तो चुनाव रद्द कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग के एक अधिकार के अनुसार अगर अदालत उनके (सोमन्ना) के खिलाफ अपना फैसला सुनाती है, तो इसका प्रभाव दोनों विधानसभा क्षेत्रों (चामराजनगर और वरुणा, हालांकि यह मामला पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित है) के लिए अच्छा है, क्योंकि यह फैसला विधानसभा क्षेत्र के लिए विशिष्ट नहीं होगा।

आयोग ने आगामी विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों और मतदाताओं को रिश्वत देने या डराने-धमकाने के किसी भी प्रयास के प्रति ‘कोई बर्दाश्त नहीं’ करने का संदेश दिया था। इसने मुख्य निर्वाचन अधिकारी, कर्नाटक, मनोज कुमार मीणा को जमीनी स्थिति की निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने और रिश्वतखोरी और अन्य भ्रष्ट आचरण के किसी भी प्रयास के खिलाफ त्वरित और समय पर कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है। इस मामले में भाजपा प्रवक्ता एमजी महेश ने कहा कि यह घटना राजनीति से प्रेरित है और ऑडियो क्लिप मनगढ़ंत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सोमन्ना के खिलाफ कुछ भी नहीं जाएगा और वह दोनों विधानसभा क्षेत्रों को जीतेंगे।
(लेखक देश के जाने माने पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक हैं।)

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